सीधी बात
सीधी बात


वो कहते है घुमा फिरा के बात न किया करो।
मैंने सीधा-सीधा कहा तो वो देखो खफा हो गए।।
मिठाई में लपेट के देने से।
बताइए क्या नीम कभी मीठा हो पाता है।।
तल्ख अंदाज होते है सीधी बात के।
हर किसी को इसका जायका नहीं भाता।।
शौक तो हर किसी को होता है।
पर हर कोई इसे पचा नहीं पाता ।।