STORYMIRROR

Vishnu Saboo

Inspirational

4  

Vishnu Saboo

Inspirational

पाप -पुण्य

पाप -पुण्य

1 min
251


वो जो लोग मुक़द्दर के मारे हैं

ऐसे लोग जमाने में कई सारे हैं

सिर पर छत हैं नहीं जिनके

आसमां ही चद्दर, छत है सितारे ।


इल्म नहीं उन्हें की

क्या होगा अगले पल उनके साथ

खाने को निवाला

भी लगेगा या नहीं लगेगा उंनके हाथ ।


फटे चीथड़ों से ही

अपना तन ढक लिये

जो मिला पहन लिया

बिना माथे पर शिकन किये ।


पैरों में पड़े हो छाले

या कोई कांटा चुभा

नहीं दवा लगाने को

रेत लगा कर जख्म भरा ।


बड़े-बड़े मंदिरो में

दान करते हैं हम

कोई जरूरतमंद आये

नाक भौ सिकोड़ते हम।


चलो ये दोहरा चरित्र मिटाये

किसी मुफ़लिस को गले लगाएं

इसीसे खुश होगा वो ईश्वर भी

चलो कुछ पुण्य कमाया जाए ।



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational