रात की दौड़-धूप जब करता है दिल,तो उनके फैसला-ए-इंकार को कहां रज़ामंद करता है दिल। रात की दौड़-धूप जब करता है दिल,तो उनके फैसला-ए-इंकार को कहां रज़ामंद करता है दिल...
हर दर्द की कहानी एक सी होती है, अन्जाम नहीं बदलतेेे.... किरदार बदल जाने से। हर दर्द की कहानी एक सी होती है, अन्जाम नहीं बदलतेेे.... किरदार बदल जाने से...
चलो ये दोहरा चरित्र मिटाये किसी मुफ़लिस को गले लगाएं। चलो ये दोहरा चरित्र मिटाये किसी मुफ़लिस को गले लगाएं।