STORYMIRROR

Tamanna Angels Angels are coming to bless you

Inspirational

4  

Tamanna Angels Angels are coming to bless you

Inspirational

नदी

नदी

1 min
293

मैं चली इठला के झर झर 

पिया मिलन मैं होके आतुर 

जिधर चाहती घूमती मैं 

बन के मस्ती की लहर 


मैं चली इठला के झर झर 


पर्वतों की चोटियों ने 

रोकना चाहा मुझे जो 

बनके झरना मैं झरी 

बनके नादिया मैं चली 


मैं चली इठला के झर झर 


साथ मेरे झूमता है 

आसमाँ को चूमता है 

ये तरुण बनके अपना 

संग मेरे बनके सपना 

क्या ये पर्वत क्या ये वादी 

सब मेरे है सुन रहे है 

मेरे बहने का निर्मल ये स्वर 


मैं चली इठला के झर झर 


जिस डगर से मैं हूँ गुज़री 

पुष्प सी सजती ये धरती 

मैं लिए जा रही नयन मैं 

अपने पिया से मिलने का स्वप्न 


मैं चली इठला के झर झर 


लक्ष्य मेरा सागर मिलन है 

अस्तित्व मेरा भी है सागर 

मैं हूँ पूरक अपने पिया की 

जीवन ये मेरा तेरा सनम 


मैं चली इठला के झर झर 


जानती हूँ तुझ मैं मिलकर 

गुम जाएगी मेरी हस्ती 

जानती हूँ तुझको पाकर 

ख़त्म होगा मेरा सफ़र 

फिर भी तेरे प्यार मैं आतुर

प्यास मेरी बनके नादिया 

तुझमैं मिलने को पल पल चली 


मैं चली इठला के झर झर।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational