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Meena Singh "Meen"

Inspirational

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Meena Singh "Meen"

Inspirational

शतरंज की बाज़ी...

शतरंज की बाज़ी...

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राह कठिन है जीवन की जैसे शतरंज की बाज़ी,

हर इक मोहरा है बाज़ीगर जीत के लिए वैरागी|


राजा, वजीर, ऊँट और हाथी सब की चाल निराली,

खड़े सिपाही भी इस जीवन में चलें चाल मतवाली|


कभी कोई खेल जाए दिल से देकर जाये बस धोखा,

कभी किसी ने दिल छोड़ दिमाग को ही दिया मौका।


धन, ऐश्वर्य, लोभ-लालच में हुए पराये सब रिश्ते,

जीत बाज़ी बना बाज़ीगर, माँ-बाप लगे अब सस्ते|


समय नहीं है स्वयं की खातिर, खेल रहे बस खेल,

बिना स्वार्थ अब कहाँ होता है रिश्तों से भी मेल|


इस शतरंजी दुनियाँ ने “इंसा” को किया है “पाज़ी”,

प्यार, रिश्ते, ख़ुशी, एहसास, हार गए सब बाज़ी|


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