महारानी अहिल्या
महारानी अहिल्या
मराठों की महारानी अहिल्या नाम है इनका।
सनातन धर्म रक्षा में समर्पित प्राण था जिनका।
हुआ देहांत पति का जब तो रानी पद सँभाला था।
भले छोटी रियासत थी बड़े सपनों को पाला था।
हृदय कोमल मधुर वाणी अटल निश्चय प्रजा वत्सल।
सुसंचालक कुशल शासक गरीबों का किया मंगल।
सभी नगरों में बनवाये कुएँ प्याऊ धर्मशाला।
अनाथों को सहारा दे बड़े अच्छे से था पाला।
जटाधारी की काशी में था नव-निर्माण करवाया।
त्रिलोकीनाथ बाबा का नया मंदिर भी बनवाया।
सुनो मुझसे कथा सुन्दर बड़ी प्रेरक कहानी है।
अभी तक याद है सबको भले रानी पुरानी है।