जिंदगी के ये सात घोड़े...
जिंदगी के ये सात घोड़े...
मेहनत, इज्ज़त ,कामयाबी, शोहरत,
प्रेम, रिश्ते, और संतुष्टि की दौलत,
ये वो सात घोड़े हैं जो एक साथ रेस में,
शामिल हुए और एक साथ ही दौड़े हैं
काविश ज़िन्दगी की मुराद और आल्हाद,
तदबीर के संग जरुरी रहा सदा विश्वास,
कभी प्रेम पाने के लिए, जीत जाने के लिए,
इंसान करता है प्रतिपल इक नया आगाज़|
कभी हम जीत जाते हैं, कभी हार पाते हैं,
कभी मायूस होकर निराशा को अपनाते हैं,
जो बुद्धिजीवी होते हैं, जो स्वप्नजीवी होते हैं,
वो अगली रेस में अपने घोड़े फिर दौड़ाते हैं|
कोशिश करना ये घोड़े साथ रहें हर दौड़ में,
थम जाना गर एक भी साथी थक जाए होड़ में,
ध्यान रहे प्रेम, रिश्ते, संतुष्टि के घोड़े छूटने ना पायें,
तुम्हारी इच्छाओं, आशाओं और कोशिशों के जोड़ में|
