कल्पना की शक्ति
कल्पना की शक्ति
कल्पना नहीं है
पर कल्पना करना सिखा गई
सपनों को अपने
जीवित करना सिखा गई
पाव रखे जमीन पर अपने
उड़ान ऊंची लगा गई
नाम कई हो सकते हैं
गार्गी , इंदिरा , तस्लीमा
मकान को घर बनाती गई
हर जख्म लिए वह लड़ती गई
मजदूर डॉक्टर रेल चालक
हर भूमिका में वह रचती गई
क्या कोई देगा सहारा हमें
जीवन के हर झंझावात में
खुद ही खुद को सहारा देती गई
चाहे कोई दौर हो
खुद अपनी राह बनाती गई
धन्य कल्पना आप
धन्य कल्पना आप
हमको कल्पना की शक्ति सिखा गई
हमको कल्पना की शक्ति सिखा गई।
