सब ही करें इसकी शुरुआत
सब ही करें इसकी शुरुआत
प्रकृति संरक्षण और जीवन रक्षण हित,
आज हम सब ही करें इसकी शुरुआत।
सुनियोजित करें अपनी-अपनी भागीदारी,
बद से बदतर होते जा रहे जग के हालात।
रोकना है हम सबको ही वनों का विनाश,
और वृक्षारोपण का भी करना है हमें काम।
अपने ही स्तर पर हम सब ही शुरुआत करें,
प्रतीक्षा न करें ये तो हमारा अपना ही काम।
सुनिश्चित करें हम सब निज-निज हिस्सेदारी
सुधर पाएंगे तब ही ये बिगड़ते हुए हालात।
प्रकृति संरक्षण और जीवन रक्षण हित,
आज हम सब ही करें इसकी शुरुआत।
सुनियोजित करें अपनी-अपनी भागीदारी,
बद से बदतर होते जा रहे जग के हालात।
ये काम तो हमें सतत् ही रखने हैं जारी
हरदम ही रखना है इन सब का ध्यान।
छोटे-छोटे ऐसे प्रयास हमारे रंग लाएंगे,
इनसे आएगी हर एक चेहरे पर मुस्कान।
आज तारीफ भले ही न कोई करे हमारी,
हमारी खुशी होगी निज अंतर्मन की बात।
प्रकृति संरक्षण और जीवन रक्षण हित,
आज हम सब ही करें इसकी शुरुआत।
सुनियोजित करें अपनी-अपनी भागीदारी,
बद से बदतर होते जा रहे जग के हालात।
बीजारोपण बड़ा जरूरी नव पीढ़ी के मन में,
सद्वृत्ति-संस्कार तब ही दिखेंगे हर आंगन में।
वसुधैव कुटुंबकम् भाव जब होगा जन-जन में,
सकल धरा हो स्वर्ग सदृश खुशियां होंगी हर आंगन में।
सफल दूरगामी लक्ष्य होंगे तब सब ही हमारे,
जब समय से हम सब करेंगे एक सार्थक शुरुआत।
प्रकृति संरक्षण और जीवन रक्षण हित,
आज हम सब ही करें इसकी शुरुआत।
सुनियोजित करें अपनी-अपनी भागीदारी,
बद से बदतर होते जा रहे जग के हालात।