बचपन का पौधा खिलता रहा साथ-साथ मेरे पलते हुए। बचपन का पौधा खिलता रहा साथ-साथ मेरे पलते हुए।
पाप पुण्य सब यही है,खास धरों तुम ध्यान अपने अंदर झांक लो,दूर करो अभिमान। पाप पुण्य सब यही है,खास धरों तुम ध्यान अपने अंदर झांक लो,दूर करो अभिमान।
वैलेंटाइन आया, प्यार का किस्सा, शुरू हुआ. वैलेंटाइन आया, प्यार का किस्सा, शुरू हुआ.
हम सो भी नही पाते, ख्यालों में खो नही पाते। हम सो भी नही पाते, ख्यालों में खो नही पाते।
खूब करें हम इजहार,खास कहें हम बात स्फुरण जीवन में भरें , मिलें ढेर सौगात। खूब करें हम इजहार,खास कहें हम बात स्फुरण जीवन में भरें , मिलें ढेर सौगात।