कलयुग जीत जाता है। क्योंकि… रिश्ते टूट जाते हैं।। कलयुग जीत जाता है। क्योंकि… रिश्ते टूट जाते हैं।।
खूब करें हम इजहार,खास कहें हम बात स्फुरण जीवन में भरें , मिलें ढेर सौगात। खूब करें हम इजहार,खास कहें हम बात स्फुरण जीवन में भरें , मिलें ढेर सौगात।
ढूंढ रही थी एक शख़्स वो जिसपे करती थी ऐतबार! ढूंढ रही थी एक शख़्स वो जिसपे करती थी ऐतबार!