किस्से जल गए खुशियों के धुआँ धुँआ एक कहानी है। किस्से जल गए खुशियों के धुआँ धुँआ एक कहानी है।
दिन-रात बिना थके दौड चली, देश के समृद्धि में हिस्सेदारी बनते चली। दिन-रात बिना थके दौड चली, देश के समृद्धि में हिस्सेदारी बनते चली।
तिरंगे के आन-बान-शान में धरती पुत्र होंगे कुर्बान देश की प्रगति की भरना है ऊंची उड़ान, तिरंगे के आन-बान-शान में धरती पुत्र होंगे कुर्बान देश की प्रगति की भरना है ऊं...
प्रकृति संरक्षण और जीवन रक्षण हित, आज हम सब ही करें इसकी शुरुआत। प्रकृति संरक्षण और जीवन रक्षण हित, आज हम सब ही करें इसकी शुरुआत।