प्रजातंत्र
प्रजातंत्र
हर भारतवासी को था, है और रहेगा अभिमान,
गणतंत्र, जनतंत्र, प्रजातंत्र है उसकी शान
भीम की अनमोल श्रम गाथा है संविधान,
अपना जीवन जलाकर हमें दिया वरदान
बिना भेद-भाव किये सबको मिला अधिकार, सम्मान,
हर भारतीय के लिए है गणतंत्र दिन पर्व पावन
आसमान में लहराता तिरंगा आज़ाद देश की शान,
तिरंगे के आन-बान-शान में धरती पुत्र होंगे कुर्बान
देश की प्रगति की भरना है ऊंची उड़ान,
विश्व मान चित्र पर भारत की हो अनोखी पहचान
धरती पुत्रों के योगदान का सभी को अभिमान,
विकसित भारत की गौरव गाथा बने विश्व जुबान
सभी क्षेत्रों में प्रगति का परचम लहरायें एक समान,
सभी को मिले अवसर, सम्मान, संसाधन एक समान
देश के प्रगति में सब की हिस्सेदारी रहे एक समान,
ये अधिकार सब नागरिकों देता हमारा संविधान
संसद, न्यायपालिका, कार्य पालिका, मीडिया सभी है प्रधान,
इनकी सकारात्मक सक्रियता मजबूत प्रजातंत्र के लिए वरदान
चारों है लोकतंत्र के बुनियादी आधार स्तंभ और प्राण
धर्मनिरपेक्षता, स्वायत्तशासी संस्था, पारदर्शिता से चमकेगा हमारा चमन,
इनके ही बदौलत निरंतर जिंदा रहेगा हमारा संविधान
समानता न्याय, स्वतंत्रता का आश्वासन देता संविधान,
प्रजातंत्र का संरक्षक है हमारा संविधान
