शोर
शोर
कुछ लोगों को लगता है
बड़ी शांत मिजाज हूं मैं
कह रहे थे जिंदगी में थोड़ा शोर
होना भी जरूरी है
तो मैंने कहा !
सुबह आंख खुलती हैं तो
घर की चीक चीक का शोर होता है
काम पर जाते समय इस ट्रेन की
हार्न में भी आवाज खूब जोर होता हैं
जब जॉब पर पहुंच जाओ तो
समझो बॉस सर पर सवार है
क्लाइंट को भी फुर्सत कहां
वो भी मानो घोड़े पर सवार है
इन दोनों की शोर और ऑफिस
के काम में हर रोज पीस जाती हूं
चलो आज का भी वक्त बीता
अब घर को वापस जाती हूं
घर आकर शांत क्या बैठे कि
बाहर बच्चों की चिल्लम चिल्ली का शोर है
घर के अंदर टीवी की आवाज इतनी
क्योंकि यहां डेली सोप का दौर है
चलों रात हुई तो खा पीकर कर
अब तो सुकून से सोते हैं पर
ये दिल और दिमाग का शोर देखो
कहां ये चैन से सोने देते हैं
दिल का शोर कहता है कि
जिंदगी को भी जीना जरूरी है
दिमाग का शोर कहता है रफ्तार पकड़
अभी तुझमें और मंजिल में दूरी हैं
बाहर की शोर से तो भाग जाती हूं
अंदर की शोर को चुप कराऊं कैसे
शोर बाहर ज्यादा है या अंदर
यह लोगों को बताऊं कैसे !