शिक्षा को ही व्यापार बना डाला
शिक्षा को ही व्यापार बना डाला
विद्या के मंदिर को लोगों ने बाजार बना डाला
डोनेशन का खेल खेलकर कारोबार बना डाला।
विद्या के मंदिर....।
ड्रेसेज किताबें जूते मोज़े सब कुछ वो बेचते हैं,
दाम दोगुना लेकर अभिभावक का खून चूसते हैं
लूट ठगी करके शिक्षा को ही व्यापार बना डाला,
विद्या के मंदिर....।
इन सबके अतिरिक्त चल रहा एक और भी ऐसा खेल
ट्यूशन नहीं पढ़ा तो टीचर कर देंगे उस विषय में फेल।
धनलोलुप कीड़ों ने इसको बदबूदार बना डाला,
विद्या के मंदिर....।
