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Ajit Kumar Raut

Abstract

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Ajit Kumar Raut

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शीर्षक:- परमब्रह्म तू राम

शीर्षक:- परमब्रह्म तू राम

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राम राम सीता राम


अवध के है तू राम


सदियों से था इंतज़ार                       


आ गया राष्ट्र में बहार


गर्भगृह में रामलला दर्शन 


पहली नजर पाया जन-जन 


है मर्यादा पुरुषोत्तम


धर्म सनातन उत्तम !!


होगी प्राण-प्रतिष्ठा वाइस को


बाल्य रुप में प्रभु श्रीराम को                 


सार्थक संघर्ष है भक्तों का


अथक प्रयास शासन का    


दिव्य भव्य मंदिर में प्रभू राम 


हुआ रामराज्य देश में प्रारम्भ 


आत्मनिर्भर हम होंगे


राम नाम हम गायेंगे !!


पवित्र पल का प्रतिक्षा है


चारों ओर ख़ुशी उल्लास है


अतुल्यनीय  गर्वित  पल  है


आविर्भाव यहां अमृत काल है 


बाल्य रुप आराध्य के देखेंगे


भक्ति प्रीति प्रेम श्रद्धा में झुमेगें


राम बाल्य रुप दर्शन करेंगे 


विश्व गुरु भारत को बनायेंगे !!



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