राम से अब रहा न नाता ताप त्याग का सहा न जाता सिया जगत मूढ़ विख्याता शूर्पनखा ने ओढ़ा नारी व... राम से अब रहा न नाता ताप त्याग का सहा न जाता सिया जगत मूढ़ विख्याता शूर...
एक गंध उभरी मीठी मेरे देवालय से तन में मीठे घी के दीये सी कुछ घूप या लोबान सी। एक गंध उभरी मीठी मेरे देवालय से तन में मीठे घी के दीये सी कुछ घूप या लोबान स...
दिल है बच्चा, जब भी दुनिया की भीड़ से घबराता है दिल है बच्चा, जब भी दुनिया की भीड़ से घबराता है
इतनी सी अरज है "नीरज" की, मेरे बजरंगी के प्यारे चरणों में। इतनी सी अरज है "नीरज" की, मेरे बजरंगी के प्यारे चरणों में।
कहने को तो आजादी मिल गई थी मगर पैरों में गुलामी की बेड़ियां पड़ी थी। कहने को तो आजादी मिल गई थी मगर पैरों में गुलामी की बेड़ियां पड़ी थी।
'देश की सीमओं की सुरक्षा के लिये लड़ने वाले सैनिक अपने परिवार तक को भूल जाते है, उनके लिए ये सारा देश... 'देश की सीमओं की सुरक्षा के लिये लड़ने वाले सैनिक अपने परिवार तक को भूल जाते है, ...