मैं नवोदय विद्यालय समिति से सेवानिवृत्त पी.जी.टी. हिंदी हूँ। मुझे लेखन का शौक रहा है , विशेषतः कविता लिखना मुझे बहुत भाता है। जीवन की विविध स्थितियों से संबंधित भावों को पन्नों पर उकेरना मेरा पैशन है।
मिट्ठू की शैतानी ने उसे खिलखिलाहट में बदल दिया। मिट्ठू की शैतानी ने उसे खिलखिलाहट में बदल दिया।
चेहरे पर ही मास्क है ना दिल पर तो नहीं चेहरे पर ही मास्क है ना दिल पर तो नहीं
पीछे खड़े प्राचार्य महोदय ने मुस्कराते हुए विनीता का इस्तीफा फाड़ दिया। पीछे खड़े प्राचार्य महोदय ने मुस्कराते हुए विनीता का इस्तीफा फाड़ दिया।