सैनिक
सैनिक
ये सैनिक इस देश के क्या क्या कर जाते हैं ? भारत मां के बेटे होने का फर्ज निभाते हैं ! अपने सपने अपना परिवार सब कुछ छोड़ छाड़ के, भारत मां के भारत मां के लिए अपनी मां की गोद भी सुनी कर जाते हैं। यह सैनिक इस देश के क्या क्या कर जाते हैं? हमारे चैन की नींद के लिए यह कई रातें जागकर बिताते हैं , कभी आंधी कभी तूफान तो कभी रेगिस्तान की तपती धूप में लहू अपना जलाते हैं। यह सैनिक इस देश के क्या क्या कर जाते हैं ?
सर पर बांधकर कफन निकलते हैं घर से अपने, सर पर मंडराता है मौत का साया , है इनका सौय इनकी साहस और इनका बलिदान कि दुश्मन हमारा बाल भी बांका नहीं कर पाया। अपनी जान देकर हमारा जीवन यह बचाते हैं यह सैनिक इस देश के क्या क्या कर जाते हैं ? है फर्ज हमारा कि हम इन को सम्मान दें, इनके पराक्रम को सलाम करें और मान दे, क्योंकि यह अपना जीवन देश के नाम कर जाते हैं।
यह सैनिक इस देश के क्या क्या कर जाते हैं? हमारे आपके जैसे इनका भी परिवार है, है मां बहन भाई पिता और दोस्त रिश्तेदार हैं, अपने ही घर में यह मेहमान बन जाते हैं । यह सैनिक देश के क्या क्या कर जाते हैं ? ए देश के प्रहरी हमें तुम पर गुरूर है, भारत मां के सपूत और कभी शांति दूत तूम, तुम्हारे साहस और बलिदान के आगे सर झुकाते हैं । सैनिक इस देश के क्या क्या कर जाते हैं ?
देश के दुश्मन हमारे देश में पल रहे, जाति धर्म और स्वार्थ की आग में जल रहे, इनकी ओछी राजनीति की भेंट चढ़ जाते हैं । हे मानवाधिकार की बातें करने वालों सीमा पर जाओ, एक रात कभी आतंक के साए में बितावो, कभी सियाचिन जाकर देखो, तो कभी रेगिस्तान की तपती धूप में लहू अपना जला देखो । मत करो राजनीति एक फौजी की शहादत पर, लगाम लगाओ कुर्सी के लिए कुछ भी कर जाने की चाहत पर, आओ हम सब मिलकर देश के अंदर पल रहे दुश्मनों से देश को बचाते हैं और अपनी सेना का मनोबल बढ़ाते हैं।
