Jahanvi Tiwari

Tragedy Action

4  

Jahanvi Tiwari

Tragedy Action

मैं खुश हूं

मैं खुश हूं

1 min
287


मैं खुश हूं कि अब मैं खास नहीं 

मतलब परस्त लोगों के दिल के अब मैं पास नहीं।।


अपनी जरूरतों को दे दें जो किसी रिश्ते का नाम 

ऐसे रिश्तेदारों कि मुझे अब तलाश नहीं।।


पहले प्यार ,भरोसा फिर उम्मीद भी तोड़ दी जिसने

वह कहता है मुझे प्यार का एहसास नहीं।।


तू कभी बदलेगा अपने दिल के जज्बात मेरे लिए

तेरे ऊपर मुझे इतना भी विश्वास नहीं।।


सीना छलनी कर दिया है तेरे दिए हर धोखे ने

तुझे मेरे दर्द का जरा भी आभास नहीं।।


छोड़कर मुझको जिसने हर वक्त थामा है गैरों का हाथ

जिन्दगी में मुझे अब ऐसे शख्स कि तलाश नहीं।।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Tragedy