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Dhanjibhai gadhiya "murali"

Romance Tragedy

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Dhanjibhai gadhiya "murali"

Romance Tragedy

साजन

साजन

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कैसा है ये दिवानापन मेरा तुझे तरस रहा है मन मेरा,तेरे बिना चैन नहीं मुझको,

साजन तू जल्दी आ जाना।

तड़प रहा हे यह दिल मेरा,सुनसान बना है जीवन मेरा,तेरी याद आ रही है मुझको,

साजन तू जल्दी आ जाना।

विरह से ज़लता है तन मेरा,तेरा सिवा कोई नहीं है मेरा,बेबस क्युं बनाता है मुझको? 

साजन तू जल्दी आ जाना।

आ कर ख्वाब पूरा कर मेरा,तेरे बिन जीवन अधूरा मेरा,"मुरली" गले लगाले मुझको,

साजन तू जल्दी आ जाना ।



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