सावन पर दोहे
सावन पर दोहे
मोहक सावन कर रहा, बरखा की बौछार !
भूलो सारी नफरतें, दिल में भर लो प्यार !!
सावन का मौसम सदा, होता बड़ा हसीन !
लगती है इस मास में, कुदरत भी रंगीन !!
सावन में आते यहां, कितने ही त्योहार !
झूमें सब नर नारियां, सजता है संसार !!
भाईचारा सब रखो, सावन दे संदेश !
कितना फिर सुंदर लगे, मेरा भारत देश !!
मिलजुल कर सारे रहो, मत करना तकरार !
सावन में होती सदा, खुशियों की भरमार !!
जीवन जो हमको मिला, ईश्वर की सौगात !
आया सावन मास है, लिए मधुर हर बात !!
मनवा जाए डोलता, नाचे हर इंसान !
सावन में कांवर करे, भोले का गुणगान !!
