साथ
साथ


साथ चलना है हमें
रहना है साथ में
जिंदगी की धूप में
जीवन के हर आयाम में
खामोशियों में, शोर में
हर रात के बाद की भोर में
ख्वाहिशों के आसमाँ तले
एक दूजे के साथ, हर हाल में
चाहें चाँद सी नूर हो राहें
या अँधेरी रात में
तुम्हीं सा हूँ, तुमसे जुदा नहीं हूँ मैं
मेरी नज़्मों में तलाशना
तुम ही तुम मिलोगे
मेरी कलम से लिखे हर शब्द में
आजमा लेना तुम मुझे
तेरी जीत या तेरी हार में
रहना है साथ में
जिंदगी की धूप में
जीवन के हर आयाम में---!