तुमने ही कहा था।
तुमने ही कहा था।
दे दो अपनी तस्वीर, मैं रख लूँ अपने बिस्तर पे
देखूँ उसे आईना बना के, तेरे सिवा कोई न रहे
टपके न आँसू तेरे दीदार पे तेरे जानें से
पूरी हो मेरी उम्मीदें और कभी गम न रहें।।
हाँ तुमने ही कहा था सुलझाओ मेरे जुल्फें को
खास रहूँ तेरी न जाऊँ तुझे छोड़कर
बीते सफ़र तेरे साथ- साथ सुकूँ से ही
जब मैं देखूँ आँखों में आँखें डालकर।।
यार! तुम इंतजार करना मैं बहाने से आऊँगी
तुम चुप रहना साथी इंतजार करते रहना
सच है, मैं बेवफा नहीं हूँ खुदा की कसम
वक्त लग सकता है तुम आँसुओं को मत बहाना।।
गर निकले मेरी जुबाँ से, वो तेरा ही नाम होगा
जब- जब मैं मिलने आऊँगी अकेली होकर
तुम रूठना मत मेरे देर होने पे शायर..
मैं तेरे प्यार की खातिर कुछ भी कर जाऊँगी रोकर।।
मत बेताब रहो तुम, मत ढूंढो तुम रकीबो को
मैं साथ दूँगी जिंदगी भर, मेरे दिल में तुम झाँको
साथ चलूँगी तेरी बुलंदी तक मुस्कुराकर
मत तुम गले लगाओ औरों को, और मत देखो।।