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दिनेश कुमार कीर

Romance

4  

दिनेश कुमार कीर

Romance

एहसास...

एहसास...

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इक सहमी सहमी सी आहट है, 

इक महका महका साया है,


ये एहसास तुम्हारी मोहब्बत का, 

ना जाने क्या रंग लाया है,


ए यार सनम कुछ तू ही बता,

तू मुझे इतना क्यों भाया है,


ये दिल प्रेम खोज में निकला था,

और तुझ को ढूँढ के लाया है...


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