STORYMIRROR

दिनेश कुमार कीर

Others

4  

दिनेश कुमार कीर

Others

मुस्कराहट

मुस्कराहट

1 min
4

तेरी मुस्कराहट की है बात, जैसे खिला हो गुलाब,

हर लम्हा बन जाए हसीन, हर ख्वाब हो जाए आबाद।


तेरी हंसी की मिठास में, घुली है चाशनी सी,

जैसे चांदनी रात में, चमके चांदनी सी।


मुस्कराहट तेरी देख के, दिल भी हैरान रह जाए,

हर ग़म भूलकर, ज़िंदगी भी मुस्कान पा जाए।


तेरी हंसी के जादू से, सारा जहां रोशन हो जाए,

तेरी मुस्कराहट की चमक, दिल में बसी रह जाए।


Rate this content
Log in