सास बहू
सास बहू
बेटे की अम्मा सास
जो है बेटे की आस
बेटे की पत्नी बहू
जिसके बारे में क्या कहूँ
बहू बनाये रोटी
सास कहे रोटी बड़ी मोटी
बस इतना क्या है कहना
बहू कहे अब और नहीं है रहना
सास कहे तू लाई क्या अपने घर से
बहू कहे नहीं जाऊँ
घर छोड आपके दर से
सास को गुसा आया
बहू ने भी आगे हाथ बढ़ाया
बेटा जब काम से आया
देख ये सब बड़ा घबराया
अम्मा कहे इसको तू भगा दे
छोड़ इसे घर दूजी बहू लादे
पत्नी कहे मेरे बाप ने दिए है तुझे पैसे
तू क्या छोड़ पायेगा मुझे ऐसे
अब आगे क्या है कहना
बेटा तो माँ के आँखों का तारा
पत्नी का गहना- पत्नी का गहना।
