अकेलापन
अकेलापन
धागे धागे से बनते हैं अनोखे बंधन
बंधन से बनते हैं प्यार भरे रिश्तें
रिश्तों से बनता हैं एहसास
एहसास से बनती हैं हक़ीक़त
हक़ीक़त से बनती हैं एक कहानी
कहानी में आते हैं चढ़-उतार
चढ़ उतार से बढ़ती हैं रफ़्तार
रफ़्तार से चढ़ जाता हैं जुनून
जुनून में आता हैं पागलपन
पागलपन से शुरु होता हैं रिश्तों का सौदा
सौदे में आती हैं बेवफाई,
बेवफाई से टूट जाते हैं प्यार भरे रिश्तें
टूटे रिश्तों से हार जाती हैं हक़ीक़त
हारे हुये हक़ीक़त में खो जाता हैं एहसास
खोए हुये एहसास से पनपता हैं अकेलापन
फिर अकेलेपन से जुड़ता है एक ऐसा बंधन,
जिससे खो बैठता हैं प्यार भरा जीवन।
