तुम्हारे लिए
तुम्हारे लिए
आज तक सिर्फ खुद के लिए
सोचनेवाली मैं
आजकल तुम्हारे लिए
सोच रही हूँ,
खुद के लिए बनाऐ
हुए रूल्स मैं
तुम्हारे लिए तोड़ रही हूँ,
कभी दिल से बैचैन
ना होनेवाली मैं
आजकल तुम्हारे लिए
बेचैन हो रही हूँ,
कोई भी सपना ना
देखनेवाली मैं
आजकल तुम्हारे
सपनों में खो रही हूँ,
दिन-ब-दिन क्यों मैं
तुम्हारे लिए मरती जा रही हूँ,
आखिर बता तो दो
क्या मैं भी तुम्हारे लिए
इतने मायने रखती हूँ।

