प्यार
प्यार
प्यार तो अंधा होता हैं
ऐसा सुनने को मिलता हैं
पर मेरा तुम्हारे लिए प्यार
अंधे के साथ बहरा भी लगता हैं
मैं चिक चिकके तुमसे
इज़हार करती हूँ,
परतेरा दिल किसी और से जुड़ा हैं
ये मालूम होकर भी समजती नहीं हूँ
प्यार के बदले प्यार ही दो
ऐसी माँग नहीं हैं मेरी,
पर मुझसे प्यार नहीं हैं
इस बहाने से, ना तोड़ो दोस्ती मेरी
तेरे प्यार औऱ दोस्ती के बग़ैर
मरेंगे नहीं,
पर जिंदा रहकर भी
किसी और के कभी हो पाएँगे नहीं।

