Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

Rajesh Singh

Action Inspirational

4  

Rajesh Singh

Action Inspirational

रोटी के आस में

रोटी के आस में

1 min
249


दरवाजे पर मैं बैठा

कब से रोटी के आस में 

दादी अम्मा गुजर जाती है

बिल्कुल मेरे पास से 

 मेरे बच्चे भी होते हैं 


 उनके जैसे ही रोते हैं

 हम भी आपके जैसे होते

 जुर्म और दर्द सहते होते

इस तरह मार के भगाओ ना  


बस एक दो रोटी दे दो ना 

आपका बच्चा भी प्यासा है  

मेरा बच्चा भी प्यासा है  

बहुत तेज से प्यास लगी है

बहुत तेज की चोट लगी है


अगर ना देना कुछ मारो ना

 कुछ नहीं कहते मारो ना

वफादारी सीखी मैंने

बेवफाई सिखाया आपने 

 इंसानियत से ही आप हो इंसान


मैं एक मामूली जन्तु

अच्छे बुरे का नहीं है ज्ञान  

खुले बासन में पानी रख दो 

दो रोटी चार दाने रख दो


अपने नहीं खास अरमान

हे इंसान हम करते सम्मान

आप मारते जुल्म हम सहते 

फिर भी वफादारी हम कम ना करते।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Action