रो_मटेरियल
रो_मटेरियल
हर कहानी, उपन्यास, कविता, चित्र की भी अपनी एक कहानी होती है! हमारे जीवन से जुड़ी छोटी या बड़ी घटना लोग, वातावरण.. स्कूल, कॉलेज में बिताए हुए पल, ऑफिस के बॉस और साथियों से हमारे संबंध!
कुछ लोग जो अंजाने ही हमारे जीवन में अपनी खास जगह बना लेते हैं उनके द्वारा की गई चीटिंग, आपसी रिश्तों में प्यार, तनाव!
कभी हिंसा, कुछ घटनाएं जाने अंजाने जिनका हम आप हिस्सा बन जाते हैं ! किसी से प्यार या नफरत या कभी दोनों ही किसी से हम प्रेम करते हैं पर उसका हमें न समझना या हमारी खुददारी को ठेस पहुंचाना, उसकी भी एक वजह होती है कि इंसान सबको एक तराजू में तौलकर देखने की भूल कर बैठता है! या किसी व्यक्ति का ईगो! अगर आप सेंसिटिव है तो छोटी से छोटी बात भी आपको प्रभावित करने की क्षमता रखती है और आप उसकी कैद में जकड़े हुए अपने मन को आहत करते रहते हैं कोई और आपकी इन फीलिंगस की वैल्यू नहीं करेगा ! उसके लिए ये कोरी बकवास है! भोजन में रसों का जितना महत्व है उतना ही इंसान के जीवन में भी
ये रस मन में एक तरल पदार्थ रो मटिरियल बनाते हैं ! रचनाकार, कलाकार बहुत ज्यादा सेंसिटिव होते हैं वो इस रो मटेरियल को एक साँचे में ढाल देते हैं कहानी, उपन्यास, कविता, चित्र और एक्टिंग के माध्यम से !