दोस्ती
दोस्ती


मुश्किल होता है दोस्त को परिभाषित करना
वह जो आपसे बिना कुछ चाहे निस्वार्थ
आपको चाहे और यह बात कभी आपको ना बताएं
बिना वजह दूसरों से आपके लिए लड़ जाए
इनकंप्लीट होमवर्क होने पर चुपके से
अपनी कॉपी आपके बैग में रख जाए
एक झलक आपकी देखने की खातिर धूप में घंटों खुद को तपाए
और जो नजर मिल जाए मुस्कुरा के
चुपचाप सर झुका के वहां से चला जाए
और जो उसकी वजह से कभी आपके नाम पर आंच आए
आपकी जिंदगी से बिना कुछ कहे चुपचाप चला जाए
पर कभी कोई आपका परिचित मिल जाए तो
आप की सच्चाई और काबिलियत के किस्से उसे बताएं
ऐसा कोई दोस्त आपको जीवन में मिल जाए तो
उससे ज्यादा कुछ और पाने की चाहत ही नहीं रहती
दोस्ती का रिश्ता सबसे ऊपर होता है!
दोस्ती के इस पावन दिवस की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं!