रंग बदलते मौसम के संग जिन्दगी
रंग बदलते मौसम के संग जिन्दगी
यह मौसम है।
प्रकृति के विविध छटा बिखरते यह मौसम
कभी गर्मी, कभी बरसात ,
कभी सर्दी कभी पतझड़ कभी बसंत मौसम बदलते बहुत अच्छे लगते हैं।
मगर जब उन अच्छे मौसम में ही कोई मौसम की अती हो जाती है तो बहुत मुश्किल आती है।
जब अच्छे मौसम में अचानक तूफान की आगाही होती है तो दिल धड़क उठता है।
और तूफान आने पर बहुत मुश्किल आ जाती है।
जैसे शांत जीवन में कोई कंकर आ गया हो। किसी ने पत्थर फेंक दिया हो।
इसी तरह जिंदगी के मौसम में भी सब कुछ प्यार से चल रहा होता है।
मगर किसी के कठोर शब्द उसमें तूफान का काम करके मौसम का बदलाव कर देते हैं।
और प्यार का मौसम झगड़े के मौसम में बदल जाता है।
और समझ में भी नहीं आता कि यह बदलाव किस चीज से हुआ और जब तक समझ में आता है ।
तब तक बहुत देर हो जाती है।
इसीलिए किसी भी बात को सोच समझ कर बोला जाए।
प्यार की जिंदगी के लिए अच्छी तरह जिया जाए।
तो वह बदलाव अच्छे होते हैं।
प्यार के मौसम के बदलाव अच्छे होते हैं। नहीं तो शब्दों का
तूफान अपने साथ सब शांती बहा ले जाता है।
और वह प्यार का मौसम झगड़े के मौसम में बदल जाता है।