STORYMIRROR

Sonam Kewat

Tragedy

4  

Sonam Kewat

Tragedy

राजनीति और शिक्षा

राजनीति और शिक्षा

1 min
305


संसद में किसी औरत को कुछ बोलो तो 

उसे अपमान का रूप दिया जाता है 

सरेआम लड़कियों को छेड़ते हैं तो भी 

बिगड़ी औलाद हो को सम्मान दिया जाता है !


छोटे मुद्दों को भी बड़े शातिर से

बढ़ा चढ़ा कर दिखाना इन्हें आता है 

और बड़े-बड़े गुनाहों को भी

सरेआम दबाना इन्हें आता है!


बहुत बदलाव आया है हमारे देश में क्योंकि

राजनीति करते नहीं बल्कि खेला करते हैं

पहले गुनाहों का खात्मा करते थे पर

अब ना चाहकर भी इसे झेला करते हैं!


बड़ी बड़ी डिग्री दिखानी पड़ेगी

पैसे नहीं है तो वो तुम्हारी मजबूरी है

जिंदगी में रोजगार कमाने के लिए 

शिक्षित होना तो बहुत जरूरी है!


राजनीति में कुछ करें या ना करें पर

वोट के समय मुलाकात याद आती है 

डिग्री छोड़ो, शिक्षा तक कोई पूछता नहीं

जब देश चलाने की बात आती है!


 


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Tragedy