प्यारका हादसा
प्यारका हादसा
आज मेरे साथ हादसा हुआ और,
हादसेमें प्यार मुजे मिल गया,
तरस रहा था प्यारके लिये और,
अचानक प्यार मुजे मिल गया।...
गुजर रहा था शहर की गली से और,
हवाका एक तूफ़ान चला,
हवाके तूफ़ानने की शरारत और,
मुज पे कुछ गीरता हुआ देखा।...
उसके सर से गुलाब उड़ा और,
मेरे हाथों में आ गीरा,
स्पर्श गुलाब का मुजे हूआ और,
मन मदहोंश मेरा बन गया।...
ईश्क के लिये तन्हाँ रहा था और,
सामने मैने उसको देखा,
प्यारसे हाथ पकड लिया और,
दिल खुशीयोंसे धड़क उठा।...
प्यारसे उसने मुजको पूकारा और,
बांहोंमें मुजको सिमट लिया,
ईश्क की धड़कनें तेज बनी और,
प्रेम दिवाना मै बन गया।...
आज मेरे साथ हादसा हुआ और,
हादसे में प्यार मुजे मिल गया।....