प्यार शायरी
प्यार शायरी
कभी तो शाम ढले अपनी आँखों में सँवर जाने दे,
मेरे सनम तेरी चाहत में मुझे बिखर जाने दे...
तुझे तकता रहूं फ़क़त और कोई काम ना हो,
इश्क़ में तेरे मुझे हर हद से गुज़र जाने दे..!
कभी तो शाम ढले अपनी आँखों में सँवर जाने दे,
मेरे सनम तेरी चाहत में मुझे बिखर जाने दे...
तुझे तकता रहूं फ़क़त और कोई काम ना हो,
इश्क़ में तेरे मुझे हर हद से गुज़र जाने दे..!