बीती बातें
बीती बातें
बीती बातें ,वो गुजरी यादें ,
मन को पुलकित करती हैं ।
याद वो जब जब आती है ,
मुस्कान मेरी खिल जाती है ।
स्वर्णिम दिन और रातें न्यारी ,
जीवन में रही खूब खुशहाली ।
छाए जब भी बादल ग़म के ,
फूंक मारकर उड़ा दिया था ।
आए जब भी संकट घोर ,
मिलकर हमने भगा दिया था ।
कभी पास रहें कभी दूर हुए ,
पर मन से मन का संवाद रहा ।
हर पल उनका साथ मिला ,
जीवन हमारा खुशहाल हुआ ।
दिल में हो जब चाहत पक्की ,
मांगों लो ईश्वर से सब मन की ।
रखो भरोसा दिल में अपने ,
पा लो सारे सपनें अपने ।
पाकर उनको पा लिया ,
हमने तो दोनों जहां ..... ।
घर आंगन में खुशियां महकी ,
आसमान से अमृत बरसी ।
जीवन में हो प्रेम सुधा ,
फिर काहे का फिक्र व चिंता ।
बीती बातें , वो गुजरी यादें ,
मन को पुलकित करती हैं ।

