आखिर क्या है प्रेम
आखिर क्या है प्रेम
प्यार का हर रूप है एक खूबसूरत एहसास,
जिसे पाकर जीता है हर एक इंसान।
यह जीवन का आधार है जिसके बिना,
संभव नहीं है जीवन का पूर्ण होना।
यह एक बढ़ता हुआ जोश की तरह,
जो समस्त जीवन को रोशनी से भर देते है।
इसमें होते हैं तीन चरण,
जो जीवन को संतुष्टि से भर देते हैं।
पहला चरण वात्सल्य होता है,
जो माँ-बाप के प्रेम से प्राप्त होता है।
होता है निस्वार्थ, निष्कपट और अद्भुत ,
जो जीवन को समृद्धि से भर देता है।
दूसरा चरण स्नेह होता है,
जो हमारे मित्र, रिश्तेदारों से प्राप्त होता है।
मिलता है अच्छे गुण और व्यवहार के कारण ,
जो जीवन को खुशी से भर देता है।
तीसरा चरण प्रेम होता है,
जो प्रेमी-प्रेमिका या पति-पत्नी के बीच होता है।
बनती है उनकी ताकत और प्रेरणा ,
जो जीवन में रंग भर देता है।
प्रेम हमारी आत्मा को जगाता है,
जो जीवन को रोमांच से भर देता है।
हर पल, हर क्षण और हर मोड़ पर,
एक नया जोश भर देता है।