हर वादा है तोड़ा।
हर वादा है तोड़ा।
बद नसीबी ने कभी भी साथ ना है छोड़ा।
अब तो हंसना भी हमको लगता है धोखा।।1।।
हम दिल से मुहब्बत में वफ़ा निभाते रहे।
और एक वह है जिन्होंने हर वादा है तोड़ा।।2।।
दुनिया पूछती है दीवानगी में क्या रखा है।
इस इश्क में अशिकों ने सब कुछ है खोया।।3।।
इस मतलबी जहां में कोई ना किसी का है।
बुरे वक्त में सब ने ही हमारा साथ है छोड़ा।।4।।
कमबख्त कौन चाहता है गुनाह की जिंदगी।
कदम चले उधर जिधर हालातों ने है मोड़ा।।5।।
वो बदनाम ना हो जाए कहीं मेरी मुहब्बत में।
उसके लिए ही हमने उसका शहर है छोड़ा।।6।।

