जश्न
जश्न
उन पलों की यादें ,दिल में कितनी आग लगाती है ,
बस तेरे संग दिल मिलने का ,हर रोज जश्न मनाती हैं।
गर ये दिल ना मिलता ऐसे ,तो प्यार हम समझ ना पाते ,
नादानी - नादानी में ही ,जाने क्या - क्या गंवाते जाते ?
उन पलों की यादें ,दिल में कितना दर्द जगाती है ,
बस तेरे संग दिल मिलने का ,हर रोज जश्न मनाती हैं।
उन गहरी रातों का राज़ ,आज भी बहुत सताता है ,
एक अजब सी हूक उठती ,फिर ये दिल तुझे बुलाता है।
उन पलों की यादें ,दिल में प्यार सा ले आती है ,
बस तेरे संग दिल मिलने का ,हर रोज जश्न मनाती हैं।
हर एक संदेश पर तेरे ,सौ - सौ बार मर - मिट जाते हैं ,
आँखों में नये सपने सजा ,जाने कितनी बार मुस्कुराते हैं।
उन पलों की यादें ,दिल में नई उमंगें जगाती है ,
बस तेरे संग दिल मिलने का ,हर रोज जश्न मनाती हैं।|

