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Praveen Gola

Romance

4  

Praveen Gola

Romance

जश्न

जश्न

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उन पलों की यादें ,दिल में कितनी आग लगाती है ,

बस तेरे संग दिल मिलने का ,हर रोज जश्न मनाती हैं।

गर ये दिल ना मिलता ऐसे ,तो प्यार हम समझ ना पाते ,

नादानी - नादानी में ही ,जाने क्या - क्या गंवाते जाते ?

उन पलों की यादें ,दिल में कितना दर्द जगाती है ,

बस तेरे संग दिल मिलने का ,हर रोज जश्न मनाती हैं।

उन गहरी रातों का राज़ ,आज भी बहुत सताता है ,

एक अजब सी हूक उठती ,फिर ये दिल तुझे बुलाता है।

उन पलों की यादें ,दिल में प्यार सा ले आती है ,

बस तेरे संग दिल मिलने का ,हर रोज जश्न मनाती हैं।

हर एक संदेश पर तेरे ,सौ - सौ बार मर - मिट जाते हैं ,

आँखों में नये सपने सजा ,जाने कितनी बार मुस्कुराते हैं।

उन पलों की यादें ,दिल में नई उमंगें जगाती है ,

बस तेरे संग दिल मिलने का ,हर रोज जश्न मनाती हैं।|


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