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bhagawati vyas

Romance

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bhagawati vyas

Romance

" लुटा कर देख लो दिल को "

" लुटा कर देख लो दिल को "

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पुकारे और कोई जब , सता कर देख लो दिल को !

नज़र भर देख ले दूजा , जला कर देख लो दिल को !!


हमारी चाहना कितनी , जताना है बड़ा मुश्किल !

तुम्हीं से प्यार करते हैं , चुरा कर देख लो दिल को !!


उजाले की किरण तुम हो , दिखी अँधियार में हमको !

ग़मों में जो रहा डूबा , बचा कर देख लो दिल को !!


उड़ी है नींद आँखों की , कहीं चित डोलता फिरता !

मिलन की चाह रखते हैं , लुटा कर देख लो दिल को !!


लगा कर टकटकी देखे , ज़माना जब नज़ारे को !

जरा नजरें तभी सबसे , चुराकर देख लो दिल को !!


उड़ी है गंध संदल सी , तुम्हारे पास आने से !

इन्हीं महक़ी हवाओं से , मना कर देख लो दिल को !!


बँधे जब डोर रिश्तों की , गिरह परिणय उसे बांधे!

"बिरज" आधार तय कर लें , सजा कर देख लो दिल को !!



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