प्यार क्या है?
प्यार क्या है?
प्यार क्या है?
एक कला है -
हँसाकर रुलाने की
वेदना में तडपाने की
वे - बड़ी सफाई से निभाते हैं
अपनी कला का कमाल दिखाते हैं
स्वयं एक मसीहा बन
अपनी यादों के बीज
मेरे हृदय में बो जाते हैं
जिन्हें मैं अपने आंसुओं से सींचता हूँ
और सोचता हूँ -
क्या यही प्यार था?
