हम भी अब अनचाहे विवश कर्तव्य की तरह प्रतीक्षा कर रहे हैं ! हम भी अब अनचाहे विवश कर्तव्य की तरह प्रतीक्षा कर रहे हैं !
एक दूसरे को मेरे नाम पर ही काट दो। एक दूसरे को मेरे नाम पर ही काट दो।
ये कैसा तूफान है कि थमता ही नही है सब की दुआएं उनके साथ जो है फंसे हुए इन तूफानों में ये तूफान जल्... ये कैसा तूफान है कि थमता ही नही है सब की दुआएं उनके साथ जो है फंसे हुए इन तूफान...
अंबेडकर जयंती की हार्दिक बधाई और बाबा साहब को समर्पित मेरी एक रचना अंबेडकर जयंती की हार्दिक बधाई और बाबा साहब को समर्पित मेरी एक रचना
तुम शाह-ए-अमीरा हो तुम्हें हक़ है गुमानी का मैं साथी हूँ फकीरों का मुझे आसान रहने दो तुम शाह-ए-अमीरा हो तुम्हें हक़ है गुमानी का मैं साथी हूँ फकीरों का मुझे आसान रहने...
किसान को पता है केंचुए की कुदाल से कट जाने की छटपटाहट। किसान को पता है केंचुए की कुदाल से कट जाने की छटपटाहट।