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तलाश

तलाश

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चलते रहे हम दूर तक,

जिनकी तलाश में

क्या पता था


साया बन चलते रहे 

वो संग हमारे उम्र भर !


चेहरों की भीड़ में 

हमने जिन्हें ढूँढा किया

क्या पता था 


बस गए थे

आँखों में वो नूर बन !

दिल के सौदागर

की बस्ती में 


जिन्हें ढूँढा किया 

क्या पता था

दे रहे दिल को हमारे 

वही धड़कन !


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