प्यार क्या है
प्यार क्या है
प्यार क्या है ?
प्यार तो एक एहसास है
कुछ अनछुए जज्बात है।
जो बया हो जाए दो लफ्जो में वो प्यार कहा
प्यार तो एक खुली किताब है।
खुद को भूलकर उसमे समा जाए जो
वो प्यार है।
उसके बिना कुछ कहे समझ जाए जो
वो प्यार है।।
बनकर आंसू जो बह जाए आंखों से
वो प्यार कहा।
मोती बनकर जो ठहर जाए आंखों में
ऐसा प्यार कहा।।