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Navya Agrawal

Inspirational

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Navya Agrawal

Inspirational

हिन्द की पहचान हिंदी

हिन्द की पहचान हिंदी

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हिन्द की पहचान हिंदी, 

हिन्द की है शान हिंदी।

हिन्द का सम्मान हिंदी, 

हिन्द का अभिमान हिंदी।।


भारत मां की बिंदिया हिंदी,

सबसे पावन, पूजनीय हिंदी।

कहने सुनने में प्यारी हिंदी,

कानों में मिश्री सी घुलती हिंदी।।


हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई,

सर्व धर्म की एकता गढ़ती हिंदी।

जात पात और ऊंच नीच के,

भेदभाव को मन से हरती हिंदी।।


भारत के संविधान में हिंदी,

भारत के इतिहास में हिंदी।

सभ्यता संस्कृति का प्रमाण हिंदी,

भारतीय साहित्य का आधार हिंदी।।


साहस और बलिदान में हिंदी,

अमन, सुख, चैन, शांति में हिंदी।

धरा पे छाई हरियाली में हिंदी,

तिरंगे के रंगों में लिपटी है हिंदी।।


रग रग में लहू सी बहती हिंदी,

गर्व से हमें जीना सिखाती हिंदी।

भारती होने का एहसास दिलाती हिंदी,

दिल में नई उमंगें भर जाती हिंदी।।


बच्चे की किलकारी में गूंजती हिंदी, 

मां की ममता में है बसती हिंदी।

खुशी और गम के मौसम में हिंदी, 

प्रेम के तात्पर्य में है घुलती हिंदी।।


दिल से दिल को जोड़ती हिंदी,

अपनेपन के रंग में रंगती हिंदी।

प्रेमी से प्रेमी के मिलन में हिंदी,

बहती हवाओं में महकती हिंदी।।


दो पीढ़ियों का फर्क मिटाती हिंदी,

नफरत को प्यार में बदलती हिंदी।

भाईचारा दिलों में जगाती हिंदी,

अखंडता का प्रतीक होती है हिंदी।।


फसलों की लहराहट में हिंदी,

बारिश की बूंदों की छनक में हिंदी।

फूलों की खुशबू में उड़ती है हिंदी,

हिन्द की माटी के कण कण में हिंदी।।


हिन्द के वासी है हम, 

हिंदी हमारी मातृ भाषा है।

हिन्दी का दर्जा सबसे ऊंचा, 

जन जन की अभिलाषा है।।


जय हिन्द जय भारत



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