STORYMIRROR

Dinesh Dubey

Romance

4  

Dinesh Dubey

Romance

हर पल

हर पल

1 min
286

पल पल हर पल याद करूं

तुझ से ये फरियाद करूं

एक बार आजा तू पास ,

दिल तड़पे है बार बार।

जब से नजरे चार हुई ,

धड़कन की रफ्तार तेज हुई,

दिल तो है अब मांगे मोर,

कैसी मिली है तू चितचोर।

दिल मेरा करता ये गुहार,

एक बार तू कर ले प्यार,

अब साथ ना तेरा मैं छोडूंगा,

रिश्ते नाते सब तेरे लिए तोडूंगा।



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance