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Ayush sati

Tragedy Inspirational

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Ayush sati

Tragedy Inspirational

पश्चिमी सभ्यता और हम

पश्चिमी सभ्यता और हम

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आजकल पश्चिमी सभ्यता 

जोर पकड़ रही है

हमारी सभ्यता को लोग भूल गए 

वो पैरों के नीचे आ रही है


हाफ है शर्ट , हाफ है स्कर्ट 

हाफ हो रहा है सब कुछ

फटे कपड़े फैशन है

बरबाद हो रहा सब कुछ


आजकल की नई पीढ़ी है

सर को आधा हैं मुंडवाते

मांग पूरी न हो तो 

मां बाप से रूठ जाते


घर वाले देख कर 

परेशान हो रहे है 

कुछ को तो आती है हसीं 

और कुछ हैरान हो रहे हैं


भारतीय संस्कृति छोड़ कर

दूसरी सभ्यता अपना रहे हो 

भूलो मत ,इस देश में रह रहे हो

इसी देश का खा रहे हो


यही तुम्हारी मातृ भूमि है

इसी जमीं पर जन्मे हो

अपनी संस्कृति को छोड़ कर तुम

अपनी मां से खिलवाड़ कर रहे हो


जो भारत ने तुम को दिया है

उस पर ही गर्व करो

जिस मिट्टी में तुम जन्मे हो

उसकी शान पे मर मिटो।



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