गुरु की महिमा
गुरु की महिमा
प्रत्येक कला में पारंगत ,जीवन सार बताने वाले
उन गुरुदेव के चरणों में अपना शीश झुकाएं हम
अक्षर से अक्षर का परिचय, शब्दों का मेल सिखाते हैं
शून्य दशमलव अंकगणित का , अजब सा खेल दिखाते हैं
गणित भौतिकी रसायनों का , पूरा सार बताया है
न्यूटन से रामानुजन तक का , सफर हमें करवाया है
खेल खेल में बाधाओं का , समाधान कर देने वाले
उन गुरुदेव के चरणों में , अपना शीश नवाएं हम
अपने शिष्यों को भांति भांति से , सही ज्ञान सिखलाते है
जीवन पथ में उजियारा करके , वही मार्ग दिखलाते है
अपनी अमृत वाणी से हमको, मंत्र मुग्ध कर देते है
अपने विवेक के दम पर वो, आरब्ध बदल रख देते है
अपने कौशल से हम सब मै, आत्मज्ञान भर देने वाले
उन गुरुदेव के चरणों में, अपना शीश नवाएं हम
